मृदा विज्ञान क्या है | soil science in hindi | मृदा विज्ञान की प्रमुख शाखाएं?

मृदा विज्ञान क्या है, soil science in hindi, मृदा विज्ञान की प्रमुख कितनी शाखाएं है, मृदा विज्ञान के जनक कोन है,  पेडोलॉजी और इडैफोलॉजी का अध्ययन करो।
मृदा विज्ञान क्या है | soil science in hindi | मृदा विज्ञान की प्रमुख शाखाएं?


मृदा विज्ञान क्या है? | Soil science in hindi

विज्ञान की वह शाखा जिसके अंतर्गत मृदा के विषय में अध्ययन करते हैं, उसे मृदा विज्ञान (soil science in hindi) कहते हैं ।

मृदा विज्ञान का अध्ययन मुख्यत: दो शाखाओं में करते है पेडोलॉजी एवं इडैफोलॉजी

  • पेडोलॉजी (Pedology) में मृदा के निर्माण, उसके वितरण एवं वर्गीकरण का अध्ययन किया जाता हैं ।
  • इडैफोलॉजी (Edaphology) में  मृदा के भौतिक, रासायनिक, जैविक गुणों एवं मृदा की उर्वरकता स्तर और इन गुणों का फसल उत्पादन के लिए प्रबंध शामिल है ।


मृदा विज्ञान के जनक कोन है? | Father's of soil science

विश्व में मृदा विज्ञान के जनक रूस के रहने वाले वैज्ञानिक "डॉ वैशाली विच डोकुचेव (Dr. V.V. Dokuchaiev, 1900)" को कहा जाता है, जबकि वहीं भारत में मृदा विज्ञान के जनक "डॉ. जे. डब्ल्यू. लिथर (Dr. J. W. Lithar) को कहा जाता हैं ।


मृदा विज्ञान की प्रमुख शाखाएं? | major branches of soil science in hindi?

मृदा की प्रमुख शाखाएं निम्नलिखित हैं -

  • पेडोलॉजी ( Pedology )
  • इडैफोलॉजी ( Edaphology )
  • मृदा उर्वरता ( Soil Fertility )
  • मृदा रसायन ( Soil Chemistry )
  • मृदा भौतिकी ( Soil Physics )
  • मृदा सूक्ष्मजीव विज्ञान ( soil Microbiology )
  • मृदा संरक्षण ( Soil Conservation )


1. पेडोलॉजी क्या है अर्थ एवं परीभाषा? 

सर्वप्रथम पेडोलॉजी का आधारभूत सिद्धांतों का वर्णन डॉ वैशाली विच डोकुचेव ने किया था इसीलिए पेडोलॉजी के जनक भी डॉ. वी. वी. डोकुचेव को ही कहा जाता है ।

  • पेडोलॉजी का अर्थ (meaning of pedology in hindi) - पेडोलॉजी का अर्थ पेडोलॉजी दो शब्दों से बना है पेडाॅन (Pedon) = soil or earth अर्थात मृदा एवं पृथ्वी और लोगस (Logas) अर्थात विज्ञान । इस प्रकार पेडोलॉजी का अर्थ भूमि अथवा मृदा शास्त्र से है ।
  • पेडोलॉजी की परिभाषा (definition of pedology in hindi) - पेडोलॉजी मृदा विज्ञान की वह शाखा जिसमें मृदा को एक प्राकृतिक पिंड माना जाता है, "मृदा  उत्पत्ति, वर्गीकरण एवं मानचित्र का अध्ययन किया जाता है ।"

पेडोलॉजी मृदा वर्गीकरण, गुण, व्यवहार, शारीरिक विज्ञान, आन्तरिक रचना एवं मृदा निर्माणक प्राकृतिक शक्तियों के अध्ययन में बहुत सहायक है। पेडोलॉजी के पूर्ण ज्ञान के अभाव में कृषि में उन्नति करना असम्भव है इसलिए पेडोलॉजी को मृदा उत्पादन के रहस्यो की कुंजी कहा जाता है।

मृदा प्रोफाइल (soil profile) के निर्माण को जानने के लिए प्रत्येक संस्तर (horizon) में उपस्थित मृदा पदार्थों की प्रारम्भिक अवस्था का गहन अध्ययन नितान्त आवश्यक है जो पेडोलॉजी द्वारा ही जाना जा सकता है।

पेडोलॉजी मृदा उत्पत्ति, सर्वेक्षण एवं वर्गीकरण के अध्ययन से घिरी है -

  • मृदा उत्पत्ति (soil genesis) – मृदा निर्माण, मृदा पिण्ड का उद्भव (evolution) है। जिसमें मृदा निर्माणकारी प्रक्रमों एवं मृदा निर्माणकारी कारकों के द्वारा असंगठित पदार्थों से सोलम या मृदा का विकास होता है। मृदा निर्माण की प्रक्रिया में दो प्रावस्थायें साथ-साथ चलती हैं, प्रथम प्रावस्था में प्राकृतिक चट्टानों से रिगोलिथ का निर्माण तथा दूसरी प्रावस्था में रिगोलिथ का मृदा में परिवर्तन होता है।
  • मृदा सर्वेक्षण (soil survey) – प्राकृतिक वातावरण में मृदा का अध्ययन करके मृदा मानचित्र तैयार करना मृदा सर्वेक्षण कहलाता है। मृदा सर्वेक्षण किसी भी राष्ट्र के लिए अत्यधिक महत्त्वपूर्ण एवं उपयोगी है क्योंकि इससे राष्ट्र के प्राकृतिक साधनों, स्थिति एवं विशेषताओं का ज्ञान होता है, जिससे महत्त्वपूर्ण योजनायें बनती हैं।
  • मृदा वर्गीकरण (soil classification) – मृदाओं को क्रमानुसार एवं व्यवस्थित ढंग से अलग समूहों में रखना मृदा वर्गीकरण कहलाता है। यह मुख्यतः मृदाओं के गुणों, अध्ययन के उद्देश्य और उनकी पहचान पर निर्भर करता है । इसमें एक वर्ग से दूसरे वर्ग में भिन्नता होती है, जैसे- बुलई, दोमट अथवा क्ले मृदाएं।


2. इडैफोलॉजी क्या है अर्थ एवं परिभाषा?

  • इडैफोलॉजी का अर्थ (meaning of edaphology in hindi) - Edaphology दो शब्दों से मिलकर बना है: Edaphos का अर्थ soil or ground as foot hold to plants एवं logos का अर्थ knowledge है अर्थात् पौधों को सहारा देने वाले फर्श या मृदा का अध्ययन या ज्ञान ।
  • इडैफोलॉजी की परिभाषा (definition of edaphology in hindi) - इसमें फसलों के उत्पादन में मृदा का समुचित उपयोग एवं आर्थिक व्यवस्था का अध्ययन किया जाता है । "मृदा विज्ञान की वह शाखा जिसमें मृदा का अध्ययन पौधों की वृद्धि, पोषण एवं उपज के दृष्टिकोण से किया जाता है।"


मृदा विज्ञान की अन्य शाखाएं? | other branches of soil science in hindi


1. मृदा उर्वरता (Soil fertility ) —

यह मृदा में पोषक तत्वों की मात्रा एवं पौधों को उनकी प्राप्यता को निर्दिष्ट करती है। मृदा उर्वरता, मृदा की पोषक तत्वों की आपूर्ति करने के गुणों को दर्शाती है।

इसको अच्छी तरह से निम्न के द्वारा समझ सकते हैं-

  • पौधों की पोषक तत्वों की आवश्यकता।
  • मृदा द्वारा आपूर्ति किये गये पोषक तत्व।
  • मृदा से किन-किन कारणों द्वारा पोषक तत्वों का हास होता है।
  • मृदा उर्वरता को बनाये रखने की विधियाँ।


2. मृदा रसायन (Soil chemistry ) —

मृदा विज्ञान की इस उपशाखा में मृदा के रसायनिक गुणों का अध्ययन किया जाता है।


3. मृदा भौतिकी (Soil physics) –

इसके अन्तर्गत मृदा के भौतिक अथवा यान्त्रिक गुणों का अध्ययन किया जाता है।


4. मृदा सूक्ष्मजीव विज्ञान (Soil microbiology) —

मृदा के अन्तर्गत उपस्थित सूक्ष्म जीवाणुओं एवं मृदा पर उनके प्रभावों एवं कार्यों का अध्ययन किया जाता है।


5. मृदा संरक्षण (Soil conservation) -

मृदा की उत्पादन क्षमता को दीर्घकाल तक बनाये रखने के लिए मृदा संरक्षण एवं उसके प्रबन्ध का अध्ययन किया जाता है। 


Disclaimer - Copyright © डॉ जोगेंद्र कुमार (विभागाध्यक्ष) कृषि रसायन विभाग
(आर० एम० (पी० जी०) कॉलेज गुरुकुल नारसन (हरीद्वार)