संकर ओज (heterosis in hindi) क्या है इसके प्रमुख प्रकार एवं कारण व उपयोगिता लिखिए
जब दो भिन्न-भिन्न जातियों का संकरण करने से अधिक ओजपूर्ण शंकर उत्पन्न होती है तो उसे हैटेरोसिस (heterosis in hindi) अथवा संकर ओज (hybrid vi...
जब दो भिन्न-भिन्न जातियों का संकरण करने से अधिक ओजपूर्ण शंकर उत्पन्न होती है तो उसे हैटेरोसिस (heterosis in hindi) अथवा संकर ओज (hybrid vi...
पराग नाल के वृत्तिका की पूरी लम्बाई में प्रवेश करने में असफल होने तथा परिणामतः निषेचन न होने को स्व-अनिषेच्यता (self incompatibility in hind...
सभी फसलों में कुछ पौधे ऐसे होते हैं जिनमें नर जनन अंग विकसित होते हैं जिसके कारण फलद पराग नहीं बनता है इसे ही नर बन्ध्यता (male sterility in...
जब किसी पुष्प के परागकण परागकोश से निकलकर उसी पुष्प या दूसरे पुष्पों की वर्तिकाग्र पर पहुंचते है, तो यह क्रिया परागण (pollination in hindi) ...
आर्थिक उपयोग के लिए पोधों की आनुवांशिकी में उत्थान तथा परिवर्तन करने की कला एवं विज्ञान को पादप प्रजनन (plant breeding in hindi) कहते हैं ।...
पोधें के वायवीय जीवित भाग से वाष्प के रूप में होने वाली जल की हानि वाष्पोत्सर्जन (transpiration in hindi) कहलाती है । वाष्पोत्सर्जन (trans...